भारतीय मानक ब्यूरो ने यूपीसीएल के अधिकारियों के लिए आयोजित किया जागरूकता कार्यक्रम
देहरादून: भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों के लिए उर्जा भवन, देहरादून में एक व्यापक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम भारतीय मानकों और गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों के बारे में जानकारी फैलाने पर केंद्रित था, जो ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में भारतीय मानकों का पालन अनिवार्य करते हैं। इस जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य यूपीसीएल अधिकारियों को उनके प्रोजेक्ट्स में भारतीय मानकों को शामिल करने के लिए आवश्यक ज्ञान और उपकरण प्रदान करना था, जिससे सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की उच्च गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
इस कार्यक्रम का आयोजन यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार के मार्गदर्शन में किया गया और इसका उद्घाटन निदेशक वित्त कमल शर्मा, कार्यकारी निदेशक एचआर आर.जे. मलिक और निदेशक एवं प्रमुख, बीआईएस देहरादून सौरभ तिवारी द्वारा किया गया। बीआईएस से श्याम कुमार, संयुक्त निदेशक, सचिन चैधरी, उप निदेशक, नितीश जैन, उप निदेशक और सौरभ चैरसिया, सहायक निदेशक ने भाग लिया। यूपीसीएल से सुरिंदर सिंह कंवर, अधीक्षण अभियंता, जितेंद्र सिंह, उप मुख्य कार्मिक अधिकारी ने 50 से अधिक वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ 12 अधिकारियों ने वर्चुअली भाग लिया।
सौरभ तिवारी ने राज्य में बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं की सुरक्षा, टिकाऊपन और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय मानकों का पालन करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि बीआई विभिन्न क्षेत्रों में मानकीकरण और गुणवत्ता नियंत्रण को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। सत्र के दौरान नितीश जैन और श्याम कुमार ने संबंधित भारतीय मानकों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। सचिन चैधरी ने बीआईएस के विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म्स, जैसे बीआईएस केयर ऐप, मानकों को डाउनलोड और उन पर टिप्पणी करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी।
प्रतिभागियों को यूपीसीएल की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों से संबंधित हालिया गुणवत्ता नियंत्रण आदेशों के बारे में भी बताया गया। आर.जे. मलिक ने सभी संबंधितों को जागरूक करने के लिए बीआईएस प्रबंधन द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने राज्य सरकार के अधिकारियों के लिए आयोजित किए जा रहे क्षमता निर्माण कार्यक्रमों की भी प्रशंसा की और नियमित रूप से न्च्ब्स् अधिकारियों को नामित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने यूपीसीएल में मानकीकरण सेल बनाने की सहमति दी, ताकि सभी स्तरों पर मानकीकरण को बेहतर तरीके से अपनाया जा सके और मानकों के विकास में तकनीकी रूप से योगदान देने की यूपीसीएल की प्रतिबद्धता व्यक्त की। एक विशेष इंटरैक्टिव सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों को अपने दैनिक कार्यों में भारतीय मानकों को लागू करने में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करने और स्पष्टीकरण प्राप्त करने का अवसर मिला। सभी प्रतिभागियों ने कार्यक्रम की सराहना की।