बजट में गरीब आदमी की मदद करने का लक्ष्य : जयराम ठाकुर
शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि उन्होंने मौजूदा सरकार के आखिरी और पांचवें बजट में राज्य के हर वर्ग को कुछ न कुछ देने का प्रयास किया है। पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा कि इस बजट का लक्ष्य समाज के गरीब से गरीब आदमी की मदद करना है और उन्होंने बजट को गरीबों, खासकर सामाजिक सुरक्षा के हकदार लोगों के लिए समर्पित बताया और इस क्षेत्र पर बजट में 1300 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रावधान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायतीराज प्रतिनिधियों,आंगनबाड़ी से जुड़े कार्यकर्ताओं, आशा वर्कर्स, वाटर कैरियर और अन्य वर्गों के लिए की गई वित्तीय घोषणाओं से सरकार के खजाने पर 800 करोड़ रुपए का वित्तीय बोझ पड़ेगा। उन्होंने माना कि बजट का बड़ा हिस्सा ऋणों पर जा रहा है। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने शुरू से ही राज्य के सभी वर्गों के लिए कार्य किया है और ऐसा नहीं है कि सरकार जाते समय काम कर रही है।
जयराम ठाकुर ने आज पेश बजट को चुनावी बजट करार देने से साफ इनकार किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने कोविड जैसी महामारी का सामना किया। ऐसी स्थिति का किसी भी सरकार ने इससे पहले सामना नहीं किया था। उन्होंने बजट में घोषित नई योजनाओं का भी जिक्र किया और कहा कि गृहिणी सुविधा योजना तथा उज्जवला योजना के तहत गृहिणियों को निशुल्क गैस सिलेंडर देने से उन्हें काफी राहत मिलेगी। एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अगले वित्त वर्ष के दौरान सरकारी और निजी क्षेत्र में 30 हजार लोगों को रोजगार देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने पुरानी पेंशन स्कीम के लिए कमेटी का गठन किया है और कमेटी जो भी सुझाव देगी, सरकार उन पर अमल करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि ओपीएस की मांग कर रहे कर्मचारी जब भी चाहें, उनसे बात करने के लिए आ सकते हैं। हम सकारात्मक दृष्टि से बातचीत के लिए तैयार हैं।