जनसभा को संबोधित करते हुए बोले पीएम मोदी, ऐसा कोई संकल्प नहीं जो ये देवभूमि सिद्ध नहीं कर सकती
देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी देहरादून के परेड मैदान में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि उत्तराखंड पूरी देश की आस्था ही नहीं, बल्कि कर्म और कठोरता की भी भूमि है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है वे इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने में अहम भूमिका निभाएंगी।
सभा को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि ऐसा कोई संकल्प नहीं जो ये देवभूमि सिद्ध नहीं कर सकती, कहा कि साढ़े सात लाख घरों में नल से जल पहुंचा। उत्तराखंड में अब होम.स्टे लगभग हर गांव में पहुंच चुके हैं। लोग बहुत सफलता से यहां होम.स्टे चला रहे हैं। आने वाले पांच साल उत्तराखंड को रजत जयंती की ओर ले जाने वाले हैं। ऐसा कोई काम नहीं जो उत्तराखंड नहीं कर सकता। ऐसा कोई संकल्प नहीं जो ये देवभूमि सिद्ध नहीं कर सकती। देशभर में जो बिखर रहे हैं वो उत्तराखंड को निखार नहीं सकते हैं। आपके आशीर्वाद से ये डबल इंजन उत्तराखंड का विकास करता रहेगा।
उन्होंने कहा कि आज की सरकार किसी देश के दबाव में काम नहीं करती। 10 साल तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले हुए। हम दिन रात मेहनत करके आज भी उनकी भरपाई करने में जुटे हुए हैं। पिछली सरकार ने देश का, उत्तराखंड का समय बर्बाद किया।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि कुछ राजनीतिक दलों द्वारा समाज में भेद करके सिर्फ एक तबके को, चाहे वो अपनी जाति का हो, किसी खास धर्म का हो या अपने छोटे से इलाके के दायरे का हो, इसी पर ध्यान देना यही प्रयास हुए हैं और उसमें ही उनको अपना वोट बैंक नजर आता है। देश के सामान्य मानवी का स्वाभिमान, उसका गौरव सोची.समझी रणनीति के तहत कुचल दिया गया, उसे आश्रित बना दिया गया। लेकिन इस अप्रोच से अलग हमने अलग रास्ता चुना है। हमारा मार्ग है, सबका साथ.सबका विकास। उत्तराखंड होम स्टे के मामले में पूरे देश को एक दिशा दिखा सकता है। इसी तरह के परिवर्तन से देश आगे बढ़ेगा।
पीएम ने कहा कि आज की सरकार किसी के दबाव में नहीं आती। पहले की सरकार ने उत्तराखंड में नेशनल हाईवे पर 7 साल में 600 करोड़ के आस पास खर्च किया। हमारी सरकार ने 7 साल में नेशनल हाईवे पर 12,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च कर चुकी है। पहले की सरकारों ने अपनी तिजोरी भरी। हम आपका सपना पूरा करने के लिए दिनरात मेहनत कर रहे हैं। आज समय से साथ राजनीति में विकृति आ गई है। समाज में भेद करके किसी एक जाति को, एक तबके की तरफ ध्यान देना बस यही काम हुए। आज उत्तराखंड में तीन मेडिकल कॉलेज खुल रहे हैं। आज की सरकार सीधे जनता के पास जाती है। पहले की सरकारों ने जनता को ताकतवार नहीं बनने दिया।
पीएम ने कहा कि वन रैंक वन पेंशन हो, आधुनिक अस्त्र.शस्त्र हो, आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देना होए जैसे उन लोगों ने हर स्तर पर सेना को हतोत्साहित करने की कसम खा रखी थी। आज जो सरकार है वो दुनिया के किसी देश के दबाव में नहीं आ सकती। हमने जो रास्ता चुना है वो रास्ता कठिन है, मुश्किल है लेकिन वो देश हित में है। हमारा मार्ग है सबका साथ, सबका विकास, हमने कहा जो भी योजना लाएंगे सबके लिए लाएंगे। हमने वोटबैंक की राजनीति को आधार नहीं बनाया। देशहित को प्राथमिकता दी। हम आपको ताकतवार बनाना चाहते हैं। हम आपको आश्रित नहीं आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। जैसा हमने कहा था जो हमारा अन्नदाता है वो ऊर्जादाता भी बने। इसके लिए हम खेत के किनारे पर सोलर पैनल लगाने की योजना लेकर आए। इससे देश पर भार भी नहीं बढ़ा और किसान को बिजली भी मिल गई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केदारनाथ त्रासदी से पहले, 2012 में 5 लाख 70 हजार लोगों ने दर्शन किये थे। ये उस समय एक रिकॉर्ड था। जबकि कोरोना काल शुरू होने से पहले, 2019 में 10 लाख से ज्यादा लोग केदारनाथ जी के दर्शन करने पहुंचे थे। पहले की सरकारों ने गंभीरता से काम नहीं किया। हर स्तर पर सेना को निराश करने का काम हुआ। वन रैंक वन पेंशन की अनदेखी हुई। बॉर्डर के पास निर्माण पर ध्यान नहीं दिया। कुछ करने का जुनून हो तो सूरत भी बदलती है और सीरत भी बदलती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने सात सालों में क्या किया। 10 साल तक देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के नाम पर घोटाले हुएए घपले हुए। इससे देश का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई के लिए हमने दोगुनी गति से मेहनत की और आज भी कर रहे हैं। इस शताब्दी की शुरुआत मेंए अटल जी ने भारत में कनेक्टिविटी बढ़ाने का अभियान शुरू किया था। लेकिन उनके बाद 10 साल देश में ऐसी सरकार रहीए जिसने देश काए उत्तराखंड काए बहुमूल्य समय व्यर्थ कर दिया। आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि उत्तराखंड का पानी और जवानी उत्तराखंड के काम आया। 10 साल ऐसी सरकार रही जिसने वक्त बर्बाद किया।
जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बीते वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद, अनेक जरूरी प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद आखिरकार आज ये दिन आया है। आज भारत, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश के इरादे से आगे बढ़ रहा है। आज भारत की नीति, गतिशक्ति की है, दोगुनी.तीन गुनी तेजी से काम करने की है। आज देश नवनिर्माण में जुटा है। केदारनाथ का पुनर्निर्माण किया गया। हमारे पहाड़ आस्था और संस्कृति के गढ़ हैं। पहाड़ देख की सुरक्षा के लिए किले हैं।
संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने ये पंक्तियां कहीं. जहां पवन बहे संकल्प लिए, जहां पर्वत गर्व सिखाते हैं, जहां ऊंचे.नीचे सब रस्ते, बस भक्ति के सुर में गाते हैं, उस देवभूमि के ध्यान से ही, उस देव भूमि के ध्यान से ही, मैं सदा धन्य हो जाता हूं, है भाग्य मेरा, सौभाग्य मेरा, मैं तुमको शीश नवाता हूं।