ग्वाटेमाला में सक्रिय ज्वालामुखी से 30 हजार लोगों की जान खतरे में, विस्फोटों के बाद तुरंत घरों को खाली करने का आह्वान

ग्वाटेमाला सिटी। मध्य अमेरिकी देश ग्वाटेमाला के राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण समन्वयक (कॉनरेड) ने सोमवार को चेतावनी दी कि यहां सक्रिय ज्वालामुखी से करीब 30 हजार लोगों के लिए खतरा बन गया है। एजेंसी के कार्यकारी सचिव क्लॉडिन ओगाल्डेस ने सैकेटपेक्यूज़, चिमाल्टेनैंगो और एस्कुइंटला के विभागों में रहने वाले आस-पास के निवासियों से पिछले कुछ घंटों में हुए ज्वालामुखी विस्फोटों के बाद तुरंत अपने घरों को खाली करने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि सेना और राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा, सुरक्षा महानिदेशालय (प्रोवियल) के साथ मिलकर सुरक्षा उपायों का समन्वय कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि करीब 282 परिवारों को पहले ही सैकेटपेक्यूज़ के सैन जुआन अलोटेनैंगो कस्बे में शरणस्थलों में पहुंचाया जा चुका है और एस्कुइंटला के कोटज़ुमालगुआपा में भी एक शरणस्थल तैयार किया गया है। कॉनरेड न्यूज़लैटर के अनुसार सक्रिय ज्वालामुखी से किसी भी समय लावा और धुएं का गुबार निकल सकता है जो ज्वालामुखी के किसी भी खड्ड से नीचे गिर सकता है।”
एजेंसी ने चेतावनी दी कि अगर गतिविधि जारी रहती है तो अधिकारियों को उम्मीद है कि राख और धुएं का गुबार ”समुद्र तल से छह हजार मीटर की ऊंचाई तक” पहुंच जाएगा और ज्वालामुखी के ”40 किलोमीटर पश्चिम, दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पश्चिम” तक के समुदायों पर गिरेगा। एजेंसी ने कहा, ”ज्वालामुखी के विभिन्न किनारों की ओर लगातार (लावा) हिमस्खलन भी हो सकता है जिससे कम ऊंचाई पर अधिक मात्रा में राख निकल सकती है।