श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य पहुंचे महाकुंभ, सीएम योगी ने मिलकर जताई खुशी, कहा- बढ़ गई कुंभ की शोभा

cats403
0 0
Read Time:5 Minute, 13 Second

महाकुंभनगर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे पर शनिवार को दक्षिण भारत की श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य श्री श्री विधुशेखर भारती जी महाराज से भेंट कर उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि “श्रृंगेरी पीठ के पूज्य शंकराचार्य के प्रयागराज पधारने से बहुत आनंद की अनुभूति हो रही है। आपके आगमन से महाकुंभ को पूर्णता मिल रही है।

शंकराचार्य की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दक्षिण रीति से स्वागत किया गया और उन्हें कुंभ के स्वरूप के रूप में नारियल भेंट किया गया। वहीं, मुख्यमंत्री ने भी शंकराचार्य को शॉल ओढ़ाकर और फल भेंटकर उनका अभिनंदन किया। श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य श्री श्री विधुशेखर भारती जी महाराज से भेंट के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, “लंबे अंतराल के बाद दक्षिण की श्रृंगेरी पीठ का महाकुंभ के महाआयोजन में आगमन हो रहा है। इससे महाकुंभ की शोभा और अधिक बढ़ गई है।” 

उन्होंने कहा, “यह आनंद का विषय है कि इस महाकुंभ में श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य पांच दिन का प्रवास करेंगे, यह हमारे लिए आशीर्वाद की तरह है।” योगी ने कहा, “प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन आपका आभारी है। कुंभ जैसे आयोजन को भव्य और दिव्य बनाने में आपकी उपस्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होगी।” 

इस दौरान मुख्यमंत्री ने शंकराचार्य को महाकुंभ की व्यवस्था, संतों की भागीदारी और वैश्विक स्तर पर लोगों के आगमन से जुड़ी सभी जानकारियां प्रदान कीं। बयान में कहा गया कि श्रृंगेरी पीठ के शंकराचार्य ने मुख्यमंत्री द्वारा महाकुंभ के विषय में दी गई जानकारी पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने महाकुंभ में की गई व्यवस्थाओं और सुविधाओं की प्रशंसा की। अपनी सेवा में जुटे लोगों को भी उन्होंने आशीर्वाद दिया।

शंकराचार्य ने मुख्यमंत्री को दक्षिण पीठ की परंपरा के विषय में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 48 वर्ष पहले गुरु के गुरु कुंभ में अमावस्या के समय एक दिन का स्नान करने के लिए यहां आए थे, लेकिन औपचारिक रूप से दक्षिण से कोई शंकराचार्य 150 वर्षों के बाद महाकुंभ में सम्मिलित हो रहे हैं।

उन्होंने बताया कि पांच दिन के प्रवास के अवसर पर वह शास्त्रार्थ के साथ ही अमावस्या पर शंकराचार्यों के साथ त्रिवेणी संगम स्नान में भी सम्मिलित होंगे। उन्होंने अपने प्रवास और इसके बाद कार्यक्रमों के विषय में भी बताया। इस पर मुख्यमंत्री ने शंकराचार्य से काशी प्रवास के अवसर पर शास्त्रार्थ सभा और प्रवचन करने का भी निवेदन किया। जिस पर शंकराचार्य ने भी अपनी सहमित दी।

वाराणसी के अन्नपूर्णा मंदिर में कार्यक्रम को लेकर भी शंकराचार्य की ओर से सहमति प्रदान की गई। इससे पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेक्टर-19 स्थित श्री कल्याण सेवा आश्रम, अमरकंटक के आश्रम भी पहुंचे और यहां उन्होंने सद्गुरुदेव बाबा कल्याण दास जी महाराज से शिष्टाचार भेंट की और उनके साथ व्यक्तिगत चर्चा की।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने महाकुंभ में सरकार के द्वारा की गई व्यवस्थाओं और सुविधाओं के विषय में भी उनसे बातचीत की। करीब 10 मिनट तक चली इस मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री अपने अगले कार्यक्रम की ओर बढ़ गए। मध्यप्रदेश के प्रमुख पर्यटन एवं धार्मिक तीर्थ स्थल पवित्र नगरी अमरकंटक में कल्याण सेवा आश्रम वर्ष 1977 से जन सेवा, समाज सेवा आध्यात्मिक एवं धार्मिक गतिविधियों को अपना उद्देश्य बनाकर निरंतर कार्य कर रहा है।

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %

You may have missed

en_USEnglish