ग्राम्य विकास मंत्री जोशी ने सरस मेला–2024 के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया
ग्राम्य विकास मंत्री जोशी ने मेले में ओडिशा राज्य द्वारा लगाए गए स्टॉल से निर्मित पेंटिंग की खरीदकारी कर ऑनलाइन माध्यम से पेमेंट भी की
मंत्री जोशी ने ग्राम्य विकास विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों का मेले की सफलता के लिए दी बधाई
देहरादून: ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने आज रविवार को देहरादून के रेंजर्स ग्राउंड में आयोजित दस दिवसीय सरस मेला–2024 के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस दौरान ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का अवलोकन किया। ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने मेले में ओडिशा राज्य द्वारा लगाए गए स्टॉल से निर्मित पेंटिंग की खरीदकारी कर ऑनलाइन माध्यम से पेमेंट भी की किया। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी की पत्नी निर्मला जोशी भी उपस्थिति रही।
इस अवसर पर ग्राम्य विकास मंत्री ने सरस मेला 2024 के सफलता के लिए ग्राम्य विकास विभाग ओर जिला प्रशासन के अधिकारियों कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमन्त्री का स्वप्न “लखपति दीदी” की संकल्पना को इस मेले के माध्यम से साकार किया गया है। उन्होंने कहा कि मेले में कुल बिक्री चार करोड छप्पन लाख अडलीस हजार छः सौ उनास्सी (4,56,48,679) हुई हैं। जिसके लिए उन्होंने ग्राम्य विकास विभाग एवं जिला प्रशासन का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जनपद देहरादून में कुल 12000 से अधिक एवं राज्य में कुल 1.35 लाख से अधिक लखपति दीदी अब तक बनाई जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 तक 1.50 लाख लखपति दीदी के लक्ष्य से भी आगे जाएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत उत्तराखण्ड के 13 जनपदों के 95 विकास खण्डों में चरण बद्ध तरीके से संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हमारी सरकारी महिलाओं की आजीविका संवर्धन हेतु निरंतर प्रयास किए जा रहे है।
ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने राज्य में प्रति समूह 5 से 20 सदस्यों का जुडाव कर समूह का गठन किये जाने का प्राविधान है वर्तमान तक 67172 स्वयं सहायता समूह में 5 लाख समूह सदस्यों का जुड़ाव किया गया है। 15249 सदस्यों को सी०आर०पी० के रूप में प्रशिक्षित किया गया। उन्होंने कहा कि समूहों को तीन माह पूर्ण होने के उपरान्त प्रति समूह रू0 25000 रिवाल्विंग फण्ड (आर०एफ०) के रूप में 53790 समूहों का रिवाल्विंग फण्ड (आर०एफ०) प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गो पर समूहों के उत्पादों के विपणन हेतु 110 अस्थायी आउटलेटों की स्थापना की गयी।
देहरादून के इस सरस मेले में 20 राज्यों के, तथा उत्तराखण्ड के सभी जनपदो से कुल 250 + स्टॉल स्थापित हुऐ हैं।इनके अतिरिक्त, छोटे, फुटकर विक्रेताओं, फूड कोर्ट एवं खेल मनोरंजन से जुडें व्यवसायियों को भी स्थान दिया गया।मेले में हमने सभी बुनियादी व्यवस्थाऐं जैसे आवास, परिवहन तथा रियायती दरों पर भोजन उपलब्ध कराया हैं। स्थानीय लोकसंस्कृति को रोजाना के कार्यक्रमों में प्रत्येक शाम को हमारे लोगों ने बहुत बड़ी संख्या में उपस्थित का अनुभव किया हैं।
इस अवसर पर सीडीओ अभिनव शाह, पूर्व ब्लॉक प्रमुख जोत सिंह बिष्ट, निर्मला जोशी, एसीईओ प्रदीप पांडे, निदेशक ग्राम में विकास अभिकरण विक्रम सिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे।