अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर सीएम ने दी श्रद्धांजलि, बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी किया याद
देहरादून: भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि 2024 पर देश उन्हें याद कर रहा है। जगह-जगह उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी शासकीय आवास पर अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। रुद्रपुर और मसूरी में भाजपाइयों ने भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देकर उनके योगदान को याद किया।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से देशभर में भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी जा रही है। उधमसिंह नगर जिले के जिला कार्यालय में भी बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्हें याद करते हुए उनके जीवनकाल पर प्रकाश डाला गया। वक्ताओं ने कहा कि श्अटल जी एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचार हैं। उनका जीवन केवल जीवन नहीं, बल्कि संस्कारों की मिसाल है। उनका जीवन हर भारतवासी के लिए प्रेरणादायी हैं।
उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने अद्वितीय नेतृत्व और राष्ट्रवादी सोच से भारत को एक नई दिशा दी। उनकी ओर से स्थापित सिद्धांत और मूल्य आज भी बीजेपी के हर कार्यकर्ता और देशवासियों के लिए मार्गदर्शक हैं। प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान किए गए आर्थिक सुधार, परमाणु परीक्षण और कश्मीर समस्या का समाधान शामिल हैं। अटल जी ने हमेशा देशहित को सर्वाेपरि रखा और उनकी नीति व सिद्धांत आज भी हमारे लिए अनुकरणीय हैं।
मसूरी में बीजेपी मंडल के तत्वाधान में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के पुण्यतिथि पर बीजेपी कार्यकर्ता तिलक मेमोरियल लाइब्रेरी के सभागार में एकत्रित हुए। जहां उन्होंने अटल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर याद किया। मसूरी बीजेपी के पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल, रजत अग्रवाल, महामंत्री कुषाल राणा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत को मजबूत देश बनाने और देश में समानता के साथ विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाया।उनके समय पूरे विश्व में भारत ने अपनी अलग पहचान बनाई। उन्होने कहा कि कॉलेज जीवन में ही उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेना शुरू कर दिया था। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शाखा प्रभारी के रूप में कार्य किया। उनका राजनीतिक जीवन साल 1942 में शुरू हुआ। भारतीय जनसंघ पार्टी का गठन हुआ था, उसमें श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे नेताओं के साथ अटल बिहारी वाजपेयी ने अहम भूमिका निभाई थी।
साल 1952 में अटल बिहारी वाजपेयी ने पहली बार लखनऊ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में वे चुनाव में सफल हुए और देश के प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने विकास को गति दी। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल ने गरीबों को अंत्योदय कार्ड योजना के तहत राशन की व्यवस्था की। चतुर्भुज योजना के तहत वाजपेयी जी ने सड़कों का जाल बिछाया।
उन्होंने कहा कि मसूरी में कंपनी गार्डन का नाम बदलकर अटल गार्डन करने के साथ गार्डन में अटल जी की आदमकद मूर्ति भी लगाई जानी है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि 25 दिसंबर यानी अटल जी के जन्मदिवस पर मूर्ति का अनावरण कर कंपनी गार्डन का नाम अटल गार्डन हो जाएगा।