युवा 2047 को ध्यान में रख अपने लक्ष्य निर्धारित करे: नरेश बंसल
देहरादून: युवा एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत देश भर में युवा उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में नेहरू युवा केन्द्र देहरादून एवं सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून तथा उत्तराखण्ड डिफेंस एकेडमी देहरादून द्वारा देहरादून के सीआईएमएस कॉलेज में सोमवार को युवा उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद नरेश बंसल जी मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी व नेहरू युवा केन्द्र देहरादून के जिला युवा अधिकारी राजकुमार सिंह ने मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद नरेश बंसल का स्वागत किया तत्पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने अपने संस्थान में सभी अतिथियों का स्वागत किया। वहीं नेहरू युवा केन्द्र देहरादून के जिला युवा अधिकारी राजकुमार सिंह ने कार्यक्रम की रूपरेखा सबके सम्मुख रखी।
कार्यक्रम में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सांसद नरेश बंसल जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर क्षेत्र में युवाओं को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। वह परीक्षाओं पर युवाओं से चर्चा करते हैं, युवाओं को खेलों में आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम देवभूमि में बैठे हैं, यहां चारधामों का वास हैं। हमारे युवाओं ने विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से अपनी संस्कृति का प्रदर्शन किया है। देवभूमि में देवी-देवताओं का वास हैं, इसका प्रत्यक्ष प्रमाण इस कार्यक्रम में देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि नेहरू युवा केन्द्र जब आगे इस तरह के कार्यक्रम करे तो देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले छात्र-छात्राओं को भी अपनी संस्कृति के प्रदर्शन का मौका दे।
सांसद नरेश बंसल जी ने कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। हमारी आजादी को 75 वर्ष हो चुके हैं, आगे आने वाले 25 वर्ष बहुत महत्वपूर्ण हैं। हम उस लक्ष्य को लेकर चल रहे है कि वर्ष 2047 का भारत विश्व का अग्रणी भारत होगा और यह आप जैसे युवाओं के द्वारा होगा। आपको 2047 के उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपनी भूमिका को निर्वहन करना है। और भूमिकाओं का निर्धारण इस प्रकार के आयोजनों से भी होता है। सांसद जी ने युवाओं को अमृतकाल के पंच प्रण विकसित भारत का निर्माण, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता- एकजुटता, नागरिक कर्तव्य के बारे में जानकारी दी।