प्रधानमंत्री मोदी 30 जून को दिल्ली विश्वविद्यालय की तीन इमारतों की रखेंगे आधारशिला
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 जून को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की तीन इमारतों की आधारशिला रखेंगे तथा ‘कॉफी टेबल’ पुस्तकों का विमोचन करेंगे। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि ये इमारतें प्रौद्योगिकी संकाय, एक कंप्यूटर केंद्र और एक अकादमिक ब्लॉक के लिए हैं और सात मंजिल वाली ये इमारतें अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे वाली होंगी। विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री 30 जून को दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। प्रधानमंत्री मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये तीन नई इमारतों की आधारशिला रखेंगे।’’
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समारोह के ‘सम्मानित अतिथि’ होंगे। ‘डीयू साउथ कैंपस’ के निदेशक प्रकाश सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि प्रधानमंत्री एक लोगो बुक सहित तीन कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री जिन तीन इमारतों की आधारशिला रखेंगे, उनमें कंप्यूटर सेंटर और प्रौद्योगिकी संकाय (उत्तरी परिसर) तथा मौरिस नगर में बनने वाला शैक्षणिक ब्लॉक शामिल है।
इन इमारतों का निर्माण कार्य अगले दो वर्ष में पूरा हो जाएगा।’’ प्रकाश सिंह ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री तीन ‘कॉफी टेबल पुस्तक’ का भी विमोचन करेंगे, जिसमें एक लोगो बुक भी शामिल है, जिसमें विभिन्न महाविद्यालयों के लोगो और उनके आदर्श वाक्य समाहित होंगे। एक पुस्तक में पूरे वर्ष के लिए योजनाबद्ध गतिविधियां होंगी और दूसरे में हमारी ऐतिहासिक उपलब्धियां होंगी।’’
डीयू ने आगामी शैक्षणिक सत्र से 360 छात्रों की क्षमता के साथ बी.टेक पाठ्यक्रम शुरू किया है। प्रौद्योगिकी संकाय के लिए भवन उनकी जरूरतों को पूरा करेगा। एक अधिकारी ने बताया कि आयोजन की तैयारी जोरों पर है और कुलपति योगेश सिंह सभी गतिविधियों पर खुद नजर रख रहे हैं। कुलपति ने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और कार्यकारी परिषद के सदस्यों के साथ अलग-अलग बैठकें भी कीं।
अधिकारी ने कहा, ”तीस जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रस्तावित दौरे को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह सक्रिय है।” अधिकारी ने बताया, समारोह की सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित बैठक में समापन समारोह के लिए गठित विभिन्न समितियों के अध्यक्ष, यातायात पुलिस, सुरक्षा आदि से संबंधित सरकारी अधिकारी तथा विश्वविद्यालय के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।