‘मन की बात’ कार्यक्रम :प्रधानमंत्री मोदी ने ऑर्गन डोनेशन पर की चर्चा, कहा- अंगदान करने वाले ईश्वर के समान
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (रविवार, 26 मार्च 2023) को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 99वें एपिसोड को संबोधित किया। इस कार्यक्रम के जरिए हर महीने प्रधानमंत्री देश वासियों से संवाद करते हैं। 3 अक्टूबर 2014 को विजयादशमी के अवसर प्रधानमंत्री मोदी ने ये कार्यक्रम शुरू किया था। आखिरी मन की बात कार्यक्रम 26 फरवरी को प्रसारित हुआ था। पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में ऑर्गन डोनेशन पर चर्चा की। पीएम ने ऑर्गन डोनेट करने वाले लोगों के परिवार से बात की। मोदी ने कहा कि अंगदान करने वाले इश्वर के समान हैं।
पीएम मोदी ने कहा, मेरे प्यारे देशवासियो, मन की बात में आप सभी का एक बार फिर बहुत-बहुत स्वागत है। आज इस चर्चा को शुरू करते हुए मन-मस्तिष्क में कितने ही भाव उमड़ रहे हैं। हमारा और आपका मन की बात का ये साथ, अपने निन्यानवें (99वें) पायदान पर आ पहुंचा है। जहां भारत के जन-जन के मन की बात हो, वहाँ की प्रेरणा ही कुछ और होती है।
मन की बात के 100वें एपिसोड के लिए प्रधानमंत्री को आपके सुझावों का बेसब्री से इंतजार है। मेरे प्यारे देशवासियो, मन की बात में हमने ऐसे हजारों लोगों की चर्चा की है, जो दूसरों की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं। कई लोग ऐसे होते हैं जो बेटियों की शिक्षा के लिए अपनी पूरी पेंशन लगा देते हैं, कोई अपने पूरे जीवन की कमाई पर्यावरण और जीव-सेवा के लिए समर्पित कर देता है। हमारे देश में परमार्थ को इतना ऊपर रखा गया है कि दूसरों के सुख के लिए, लोग, अपना सर्वस्व दान देने में भी संकोच नहीं करते, इसलिए तो हमें बचपन से शिवि और दधीचि जैसे देह-दानियों की गाथाएं सुनाई जाती हैं।
पीएम मोदी ने कहा, साथियों, आधुनिक Medical Science के इस दौर में Organ Donation, किसी को जीवन देने का एक बहुत बड़ा माध्यम बन चुका है | कहते हैं, जब एक व्यक्ति मृत्यु के बाद अपना शरीर दान करता है तो उससे 8 से 9 लोगों को एक नया जीवन मिलने की संभावना बनती है। संतोष की बात है कि आज देश में Organ Donation के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है साल 2013 में, हमारे देश में, Organ Donation के 5 हजार से भी कम cases थे, लेकिन 2022 में, ये संख्या बढ़कर, 15 हजार से ज्यादा हो गई है। Organ Donation करने वाले व्यक्तियों ने, उनके परिवार ने, वाकई, बहुत पुण्य का काम किया है।
पीएम मोदी ने कहा, अंगदान के पीछे सबसे बड़ी भावना यही होती है कि जाते समय भी किसी की जान बचाई जाए। अंगदान का इंतजार करने वाले लोग जानते हैं कि इंतजार का एक-एक पल काटना कितना मुश्किल होता है। दोस्तों आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के इस दौर में अंगदान किसी को जीवन प्रदान करने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण साधन बन गया है। ऐसा कहा जाता है कि जब कोई व्यक्ति मृत्यु के बाद अपना शरीर दान करता है तो इससे आठ से नौ लोगों को नया जीवन मिलने की संभावना बनती है।
पीएम मोदी ने कहा, आज भारत की जो क्षमता एक नए दृष्टिकोण से उभर रही है, उसमें हमारी नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है। हाल ही में ऐसे कई उदाहरण हमारे सामने आए हैं। एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव एक और कीर्तिमान स्थापित करते हुए वन्देभारत की भी पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं। राज्यों के अधिवास की शर्त को भी हटाने का फैसला किया गया है, यानी अब मरीज देश के किसी भी राज्य में जाकर अंग प्राप्त करने के लिए पंजीकरण करा सकेगा।
पीएम मोदी ने कहा, झारखंड की रहने वाली स्नेहलता चौधरी जी भी ऐसी ही थी जिन्होंने ईश्वर बनकर दूसरों को जिंदगी दी | 63 वर्ष की स्नेहलता चौधरी जी, अपना heart, kidney और liver, दान करके गईं। हमारे देश में, आज, बड़ी संख्या में ऐसे जरूरतमंद हैं, जो स्वस्थ जीवन की आशा में किसी organ donate करने वाले का इंतज़ार कर रहे हैं | आज, भारत का जो सामर्थ्य नए सिरे से निखरकर सामने आ रहा है, उसमें बहुत बड़ी भूमिका हमारी नारी शक्ति की है।
पीएम मोदी ने कहा, आपने सोशल मीडिया पर, एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव जी को जरुर देखा होगा | सुरेखा जी, एक और कीर्तिमान बनाते हुये वंदे भारत एक्सप्रेस की भी पहली महिला लोको पायलट बन गई हैं। इसी महीने, producer गुनीत मोंगा और Director कार्तिकी गोंज़ाल्विस उनकी Documentary ‘Elephant Whisperers’ ने Oscar जीतकर देश का नाम रौशन किया है।
पीएम मोदी ने कहा, देश के लिए एक और उपलब्धि Bhabha Atomic Reseach Centre की Scientist, बहन ज्योतिर्मयी मोहंती जी ने भी हासिल की है। ज्योतिर्मयी जी को Chemistry और Chemical Engineering की field में IUPAC का विशेष award मिला है। इस वर्ष की शुरुआत में ही भारत की Under-19 महिला क्रिकेट टीम ने T-20 World cup जीतकर नया इतिहास रचा।
नागालैंड में 75 वर्षों में पहली बार दो महिला विधायक जीतकर विधानसभा पहुंची है। इनमें से एक को नागालैंड सरकार में मंत्री भी बनाया गया है, यानि, राज्य के लोगों को पहली बार एक महिला मंत्री भी मिली हैं। कुछ दिनों पहले मेरी मुलाकात, उन जांबांज बेटियों से भी हुई, जो, तुर्किए में विनाशकारी भूकंप के बाद वहां के लोगों की मदद के लिए गयी थीं। ये सभी NDRF के दस्ते में शामिल थी । उनके साहस और कुशलता की पूरी दुनिया में तारीफ़ हो रही है।
पीएम मोदी ने कहा, Group Captain शालिजा धामी Combat Unit में Command Appointment पाने वाली पहली महिला वायुसेना अधिकारी बनी हैं। उनके पास करीब 3 हजार घंटे का flying experience है। इसी तरह, भारतीय सेना की जांबाज captain शिवा चौहान सियाचिन में तैनात होने वाली पहली महिला अधिकारी बनी हैं | सियाचिन में जहाँ पारा माइनस सिक्सटी (-60) डिग्री तक चला जाता है, वहां शिवा तीन महीनों के लिए तैनात रहेंगी। हमारी बेटियां, आज, भारत और भारत के सपनों को ऊर्जा दे रही हैं आज, देश की बेटियाँ, हमारी तीनों सेनाओं में, अपने शौर्य का झंडा बुलंद कर रही हैं। नारीशक्ति की ये ऊर्जा ही विकसित भारत की प्राणवायु है।
पीएम मोदी ने कहा, भारत, Solar energy के क्षेत्र में जिस तेजी से आगे बढ़ रहा है, वो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। भारत के लोग तो सदियों से सूर्य से विशेष रूप से नाता रखते हैं। हमारे यहां सूर्य की शक्ति को लेकर जो वैज्ञानिक समझ रही है, सूर्य की उपासना की जो परंपराएँ रही हैं, वो अन्य जगहों पर, कम ही देखने को मिलते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, दीव भारत का पहला ऐसा जिला बना है, जो, दिन के समय सभी जरूरतों के लिए शत्-प्रतिशत Clean Energy का इस्तेमाल कर रहा है। पुणे और दीव उन्होंने जो कर दिखाया है, ऐसे प्रयास देशभर में कई और जगहों पर भी हो रहे हैं।इनसे पता चलता है कि पर्यावरण और प्रकृति को लेकर हम भारतीय कितने संवेदनशील हैं, और हमारा देश, किस तरह भविष्य की पीढ़ी के लिए बहुत जागृत है। मेरे प्यारे देशवासियो, हमारे देश में समय के साथ, स्थिति-परिस्थितियों के अनुसार, अनेक परम्पराएँ विकसित होती हैं | यही परम्पराएं, हमारी संस्कृति का सामर्थ्य बढ़ाती हैं और उसे नित्य नूतन प्राणशक्ति भी देती हैं।
पीएम मोदी ने कहा, काशी-तमिल संगमम के दौरान, काशी और तमिल क्षेत्र के बीच सदियों से चले आ रहे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को Celebrate किया गया। एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना हमारे देश को मजबूती देती है। हम जब एक-दूसरे के बारे में जानते हैं, सीखते हैं, तो, एकता की ये भावना और प्रगाढ़ होती है Unity की इसी Spirit के साथ अगले महीने गुजरात के विभिन्न हिस्सों में सौराष्ट्र-तमिल संगमम होने जा रहा है। सौराष्ट्र-तमिल संगमम 17 से 30 अप्रैल तक चलेगा। सदियों पहले सौराष्ट्र के अनेकों लोग तमिलनाडु के अलग-अलग हिस्सों में बस गए थे।ये लोग आज भी ‘सौराष्ट्री तमिल’ के नाम से जाने जाते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, रमजान का पवित्र महीना भी शुरू हो चुका है। अगले कुछ दिनों में श्री राम नवमी का महापर्व भी आने वाला है। इसके बाद महावीर जयंती, Good Friday और Easter भी आएंगे हमें, अपने कर्तव्यों को, सबसे आगे रखना है।इस समय कुछ जगहों पर कोरोना भी बढ़ रहा है, इसलिये आप सभी को एहतियात बरतनी है, स्वच्छता का भी ध्यान रखना है। अगले महीने,मन की बात के सौवें (100वें) एपिसोड में, हम लोग, फिर मिलेंगे, सबका प्रयास’ की यही spirit आज भारत के Solar Mission को आगे बढ़ा रही है।