निर्मल पंचायती अखाड़े पर कब्जे को लेकर फिर हुआ विवाद
हरिद्वार: श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अखाड़े के दूसरे गुट के कब्जे के प्रयास से विवाद ने फिर से तूल पकड़ लिया। हालांकि पुलिस प्रशासन की सूझबूझ के चलते विवाद बढ़ने से रूक गया।
जानकारी के मुताबिक श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में आश्रम पर स्वामित्व को लेकर दो गुटों में विवाद लम्बे अर्से से चला आ रहा है। जिस संबंध में मामला न्यायालय में विचाराधीन है। बावजूद इसके गुरुवार की सुबह दूसरे गुट के कुछ लोग अखाड़े में जबरन घुस आए। जिन्हें अखाड़े में मौजूद संतों ने रोकने की कोशिश की, जिसके चलते दोनों गुटों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। अखाड़े में घुसने के बाद दूसरे गुट के लोगों ने गुरुग्रंथ साहब का अखण्ड पाठ शुरू कर दिया और अखाड़े से बाहर निकलने को तैयार नहीं हुए। विवाद बढ़ता देख पुलिस को मामले की सूचना दी गयी। अखाड़े पर कब्जे के प्रयास की सूचना मिलते ही कनखल थानाध्यक्ष, सीओ सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों से वार्ता कर समझाने का प्रयास किया, किन्तु दूसरा गुट पाठ समाप्ति के बाद भण्डारा किए बिना अखाड़े से जाने को तैयार नहीं हुआ। सीओ सिटी मनोज ठाकुर ने काफी समय तक उन्हें समझाया और अखाड़े के न्यायालय में चल रहे विवाद के संबंध में भी जानकारी दी, लेकिन दूसरा गुट कुछ मानने को तैयार नहीं हुआ।
स्थिति बिगड़ते देख सीओ सिटी मनोज ठाकुर के निर्देश पर पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए प्रेमसिंह भूरी वाले को जबरन अखाड़े ने बाहर निकालकर हिरासत में ले लिया। इसके बाद शेष बचे संतों को भी बाहर निकाला गया।
इस मामले में प्रेमसिंह भूरी वाले का कहना है कि वे अखाड़े पर कब्जा करने नहीं आए थे। अखाड़ा सभी निर्मल भेख संतों का है। महंत प्रेमसिंह शास्त्री का कहना है कि अखाड़े पर कब्जा हम नहीं करने आए हैं, बल्कि जो लोग अखाड़े में काबिज हैं कब्जा उन्होंने किया हुआ। उन्होंने अखाड़े की सम्पत्तियों को भी खुर्दबुर्द करने का आरोप लगाया।
अखाड़े के कोठारी महत जसविंदर सिंह महाराज का कहना है कि ये लोग कब्जा करने की नीयत से जबरन अखाड़े में घुस आए। इन लोगों के खिलाफ कनखल थाने में धोखाधड़ी समेत अन्य मामलों में मुकदमें दर्ज हैं। पथरी शाखा में भी इनके द्वारा कब्जा किया गया था। उन्होंने कहा कि ये लोग अखाड़े पर जबरन कब्जा कर सम्पत्ति को खुर्दबुर्द करना चाहते हैं। उन्होंने कई सम्पत्तियों पर कब्जा करने का आरोप लगाया। फिलहाल अखाड़े में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।