देश में विकास को लेकर लंबे समय तक हावी रही विकृत सोच: नरेन्द्र मोदी
शिमला: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि देश में विकास को लेकर लंबे समय तक एक विकृत सोच हावी रही है। देश में बेहतरीन सड़कें, बड़े अस्पताल, शिक्षण संस्थान और बड़े उद्योग केवल मात्र बड़े शहरों तक सीमित थे। इस विकृत सोच की वजह से विकास का असंतुलन पैदा हो गया था। देश का बड़ा हिस्सा खासकर पहाड़ी प्रदेशों के लोग लंबे समय तक असुविधा व अभाव में रहे। पिछले आठ सालों में देश उस पुरानी सोच को पीछे छोड़कर नई सोच के साथ आगे बढ़ रहा है। केंद्र की भाजपा सरकार ने इस विकृत सोच को बदलते हुए हर राज्य का एक समान विकास सुनिश्चित किया है।
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर स्थित लुहणू मैदान में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने लुहणू मैदान से राज्य के लिए 3650 करोड़ की विकास परियोजनाओं के वर्चुअल उद्घाटन व शिलान्यास किए। इनमें 1470 करोड़ की लागत से निर्मित एम्स बिलासपुर का लोकार्पण भी शामिल है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में देशवासियों को विजयदशमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विजयदशमी का ये पर्व पांच प्रणों पर चलने की नई उर्जा देगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल की विकास यात्रा का उन्हें सहयात्री बनने का अवसर मिला है और आज बिलासपुर को शिक्षा व स्वास्थ्य का दोहरा उपहार मिला है। प्रधानमंत्री ने हिमाचल में हुए विकास कार्यों को लोगों के वोट की ताकत बताया।
उन्होंने कहा कि बीते आठ वर्षों में डबल इंजन की सरकार ने हिमाचल में एम्स सहित कई बड़े शिक्षा व स्वास्थ्य से संबंधित संस्थान खोले गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व सरकारें चुनाव के समय केवल शिलान्यास पत्थर लगाकर भूल जाती थी लेकिन मौजूदा सरकार ने हिमाचल के विकास को नए आयाम तक पहुंचाया है। उन्होंने एम्स बिलासपुर को एक बदलाव का प्रतीक बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एम्स और मेडिकल डिवाइस पार्क जैसे बड़े संस्थान देने में अन्य राज्यों के साथ इस छोटे से पहाड़ी प्रदेश हिमाचल को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कई बड़े चिकित्सा संस्थान खुलने से जहां मैडिकल पर्यटन की संभावनायें भी बढ़ेंगी वहीं युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि वीर भूमि हिमाचल प्रदेश का राष्ट्र सुरक्षा में बड़ा योगदान रहा है। बिलासपुर में एम्स के शुरू होने से हिमाचल अब जीवन रक्षा में भी बेहतर भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री ने मेडिकल पर्यटन के लिए हिमाचल प्रदेश को उपयुक्त बताते हुए कहा कि आज भारत मेडिकल टूरिज्म का बड़ा केंद्र बन रहा है। कहा कि जब दुनिया के लोग मेडिकल टूरिज्म के लिए आएंगे तो हिमाचल प्रदेश के पर्यावरण का आनंद भी लेंगे। केंद्र सरकार की कोशिश है कि गांव के लोगों को उनके घर के पास ही स्वास्थ्य सुविधा मिले। बिलासपुर एम्स भी इसके लिए काम कर रहा है।
मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से गरीब और वंचित लोगों को बेहतर इलाज संभव हुआ है। इस योजना के तहत हिमाचल के डेढ़ लाख लाभार्थियों का मुफ्त इलाज किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपना उपयोगी समय हिमाचल में बताया है। मैं हिमाचल का बेटा हूं और हिमाचल को नहीं भूल सकता। मैंने यहां रोटी खाई है, मुझे कर्ज भी चुकाना है। उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग पार्क के लिए देश के सिर्फ तीन राज्यों को चुना गया है, इनमें एक हिमाचल है। इसी तरह मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए हिमाचल समेत चार राज्यों को चुना गया। नालागढ़ में बनने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क में दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियां दस्तक देंगी और हजारों करोड़ का निवेश यहां होगा। इससे हिमाचल के हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा।