चार धाम यात्रा के लिए डेडीकेटेड बारामासी व्यवस्था तैयार की जाएं : मुख्य सचिव
देहरादून: मुख्य सचिव ने कहा कि चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए आने वाले समय के लिए हमें अपने यात्रा सिस्टम को और मजबूत बनाने के लिए डेडीकेटेड बारामासी व्यवस्था को जरूरत बताया।
बुधवार को सचिवालय में मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधू ने पर्यटन और यूटीडीबी अधिकारियों संग साथ चारधाम यात्रा को लेकर बैठक ली। इस दौरान कहा कि 2 साल बाद फिर से शुरू हुई चारधाम यात्रा में यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए काम करना होगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि रोपवे प्रोजेक्ट और रेलवे प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद यात्रियों की संख्या और बढ़ेगी। जिसके कारण आने वाले समय में हमें अपने यात्रा मार्गों में सभी प्रकार की सुविधाओं में काफी सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने इसके लिए एक डेडीकेटेड बारामासी सिस्टम तैयार करने की आवश्यकता बताई। इसके लिए एक ऐसा सिस्टम विकसित करना होगा जो ऑफ सीजन में भी यात्रा मार्गों और धामों में लगातार सुधारीकरण का काम करता रहे।
मुख्य सचिव ने ऋषिकेश रजिस्ट्रेशन सेंटर को बड़े स्तर पर बनाए जाने के साथ ही ट्रैकिंग रूट्स और भूमि उपलब्ध होने पर यात्रा मार्गों में भी परमानेंट टॉयलेट स्ट्रक्चर स्थापित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों की ड्यूटी लगती है उनके रहने खाने आदि की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए चारों धामों में ट्रांजिट हॉस्टल जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने पर भी फोकस किया जाए।
मुख्य सचिव ने सभी कमिश्नर गढ़वाल और सम्बन्धित जनपदों के जिलाधिकारियों से इस संबंध में सुझाव मांगे। उन्होंने कहा कि 4 हफ्ते बाद इसकी फिर बैठक की जाएगी।
इस मौके पर कमिश्नर गढ़वाल सुशील कुमार और सचिव कुर्वे सहित अन्य अधिकारी, जनपदों के जिलाधिकारी उपस्थित थे।