रूस और भारत के संयुक्त सैन्य अभ्यास को अमेरिका ने बताया चिंताजनक
वाशिंगटन: गुरुवार से प्रस्तावित रूस और भारत के संयुक्त सैन्य अभ्यास वोस्तोक-2022 को अमेरिका ने चिंताजनक करार दिया है। सात दिन तक चलने वाले इस संयुक्त सैन्य अभ्यास में रूस के साथ भारत और चीन सहित कई देशों के पचास हजार से अधिक सैनिक भाग ले रहे हैं।
रूस ने भारत के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास की घोषणा की है। जिसके बाद से ही अमेरिका की नकारात्मक प्रतिक्रिया सामने आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति आवास व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जीन पियरे ने कहा है कि यूक्रेन के साथ अकारण और बर्बर युद्ध छेड़ने वाले रूस के साथ किसी भी अन्य देश का सैन्य अभ्यास करना चिंताजनक है। इस मसले पर अमेरिका द्वारा भारत पर कोई दबाव न डाले जाने के बारे में पूछे जाने पर पियरे ने कहा कि सैन्य अभ्यास में भाग लेने वाले हर देश को स्वयं निर्णय लेना होता है। ऐसे में रूस के साथ भारत के सैन्य अभ्यास करने का फैसला भी अमेरिका ने भारत पर ही छोड़ दिया है। रूस के साथ सैन्य अभ्यास में भाग लेने वाले देशों पर कार्रवाई के बारे में पूछने पर उन्होंने साफ कहा कि उनके पास इस बारे में बताने के लिए कुछ नहीं है।
इस बीच रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि एक से सात सितंबर तक चलने वाले सैन्य अभ्यास वोस्तोक-2022 में भारत, चीन, लाओ, मंगोलियटा, निकारागुआ, सीरिया सहित कई देशों के 50 हजार से अधिक सैनिक हिस्सा लेंगे। यह अभ्यास सभी सहभागी देशों की सेनाओं को रक्षात्मक और आक्रामक अभियानों के गुर सीखने का अवसर प्रदान करेगा। यह सैन्य अभ्यास सात अलग-अलग स्थानों पर आयोजित होंगे। इस दौरान युद्ध से जुड़े पांच हजार से अधिक सैन्य उपकरणों, 140 विमानों, 60 युद्धपोतों एवं अन्य जहाजों का इस्तेमाल किया जाएगा।