किन्नौर : निगुलसरी में रात को वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध
किन्नौर /रिकांगपिओ: जिला किन्नौर के राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 पर निगुलसरी के पास से जिला प्रशासन द्वारा रविवार रात के 8 बजे से सुबह 6 बजे तक आपातकालीन वाहनों को छोड़कर सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है तथा इस बारे रविवार को सहायक आयुक्त किन्नौर डॉ मेजर शशांक गुप्ता ने आदेश जारी कर दिए हैं।
गौरतलब है कि गत वर्ष 11 अगस्त को एन एच 5 पर निगुलसरी के पास पहाड़ी से भारी भूसंखलन होने से दर्दनाक हादसा हुआ था जिसमें 28 लोगों की जान चली गई थी । जिस पर भूसंखलन की पहले सूचना मिल सके इसके लिए आई आई टी मंडी द्वारा निगुलसरी में अर्ली वॉर्निंग सिस्टम लगाया गया है तथा शनिवार देर शाम को अर्ली वॉर्निंग सिस्टम द्वारा निगुलसरी में भूसंखलन होने के संकेत मिले तथा वहां पर पहाड़ी से कुछ पत्थर भी सड़क मार्ग पर गिरे , जिस पर जिला प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर अति सवेंदनशील स्थान निगुलसरी के समीप देर रात लगभग साढ़े दस बजे के बाद सड़क मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बिल्कुल बंद कर दी गई तथा शिमला की तरफ से आने वाले वाहनों को किन्नौर प्रवेश द्वार चौरा व रिकांगपिओ की तरफ से आने वाले वाहनों को भावानगर पर ही रोक दिया गया था।
वहीं प्रशासन द्वारा रविवार से आगामी आदेशो तक रात 8 बजे से सुबह 6 तक सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही बिल्कुल बंद कर दी है । वहीं प्रशासन द्वारा निगुलसरी के पास वाहन चालकों व लोगों को किसी खतरे से सचेत करने के लिए किन्नौर पुलिस की क्यू आर टी टीम को भी तैनात किया गया है ।
वहीं सहायक आयुक्त किन्नौर डॉ मेजर शशांक गुप्ता ने बताया कि शनिवार देर शाम को निगुलसरी के पास से स्थापित अर्ली बार्निंग सिस्टम से भूसंखलन के संकेत मिलने से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई थी परन्तु रविवार सुबह से प्रशासन द्वारा आगामी आदेशों तक सुबह 6 बजे से शाम 8 बजे तक वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल किया गया है । उन्होंने स्थानीय लोगों व पर्यटकों से यात्रा करते समय एहतियात बरतने व भूसनखल वाले क्षेत्रों में न जाने की अपील की है । गौरतलब है कि जिला किन्नौर प्रशासन द्वारा जिले के अति सवेदनशील 6 भूस्खलन स्थलों पर जिनमे पागल नाला, निगुलसरी, बटसेरी, उरनी ढांक, कुप्पा व पुरबनी झूला हैं पर अर्ली वार्निग सिस्टम व लैंड मोनिटरिंग प्रणाली स्थापित की गई है ताकि इन इन स्थानों पर होने वाले हादसों से बचाब हो सके। जिला किन्नौर के सांगला घाटी सहित अन्य क्षेत्रों में इन दिनों बारिश होने से नदी नाले उफान पर हैं तथा जगह जगह नदी नालों में बाढ़ आ रही है इसी तरह शनिवार को भी हल्की बारिश होने से सांगला घाटी के थेमगरंग नाले में भी शनिवार शाम को बाढ़ आने की सूचना है हलांकि इस बाढ़ से किसी तरह की जान माल का नुकसान नहीं हुआ है परन्तु बाढ़ आने से निकटवर्ती क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल भी है । वहीं जिला प्रशासन द्वारा भी बरसात को देखते हुए एडवाइजरी जारी की है तथा लोगों से नदी नालों के आस पास न जाने की अपील की जा रही है ताकि किसी तरह के जान माल का नुकसान न हो सके ।