कुल्लू अस्पताल में डाक्टरों की कमी को लेकर सडक पर उतरे लोग, दुकानें बंद
कुल्लू : क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में डाक्टरों की कमी को लेकर कुल्लू मुख्यालय में भारी जन आक्रोश नजर आया। हजारों की संख्या में आए लोगों ने अस्पताल में बनी अव्यवस्था के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। कुल्लू में पहली बार जनता में ऐसा आक्रोश नजर आया जिसकारण हजारों लोग इस मुद्दे के विरोध में एक जगह इकट्ठा हुए हों। कुल्लू व भुंतर के व्यापारिक प्रतिष्ठान तो बंद रहे हो ढालपुर मैदान में पीपल मेले में सजी दुकानें भी बंद रही।
क्षेत्रीय अस्पताल में पिछले महीने एकाएक 8 डॉक्टरों का तबादला हो गया व उसके कुछ ही दिनों बाद 2 ओर डाक्टर भी चले गए। क्षेत्रीय अस्पताल में बच्चों के विशेषज्ञ, महिला विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट के पद खाली होने के कारण मरीजों की दिक्कतें बढ़ गई। निजी अस्पतालों की जहां मौज लग गई वहीं आम जनता आर्थिक बोझ के नीचे पीसने लगी।
3 मई को सदर विधायक सुंदर ठाकुर ने क्षेत्रीय अस्पताल के प्रवेश द्वार पर विरोध प्रदर्शन शुरू किया व हर दिन अलग अलग जगह से लोग इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पहुंचे। हर दिन सरकार के विरुद्ध धरना प्रदर्शन चलता रहा लेकिन 10 मई को विधायक ने 5 हजार लोगों के प्रदर्शन में शामिल होने की बात कही थी ओर आज 5 हजार से अधिक लोग विरोध स्वरूप इकट्ठा हुए ओर प्रदेश सरकार का विरोध किया।
विधायक ने एक साथ 10 डॉक्टरों के तबादले कर दिए ओर जब विरोध शुरू हुआ तो तीन महीने के लिए 3 डाक्टर भेजने की बात कही। उन्होंने कहा इस अस्पताल में कुल्लू के अतिरिक्त पांगी, लाहौल, मंडी व मुख्यमंत्री के इलाके के लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में डाक्टरों के पदों का खाली रहना सरकार के लिए शर्म की बात है। उन्होंने कहा जब हर जिले में मेडिकल कालेज है तो कुल्लू में क्योंकि नहीं। कुल्लू में मेडिकल कॉलेज खोला जाए ताकि यहां की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हों।
विधायक ने कहा जनता ने आज बता दिया है कि वो जागरूक हैं। फिर भी अगर सरकार को होश नहीं आई तो यहां की जनता के मौलिक अधिकारों को लेकर न्यायालय का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं।