लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित
देहरादून: प्रसिद्ध लोकप्रिय लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी को शनिवार को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। श्री नेगी के साथ लेखक दीवान सिंह बजेली को भी सम्मानित किया गया। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने दोनों को दिल्ली में विज्ञान भवन में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया।
शनिवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में देशभर की 44 हस्तियों के साथ उत्तराखंड से प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नरेंद्र सिंह नेगी को उत्तराखंड में लोक संगीत के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए वर्ष 2018 के पुरस्कार के लिए चुना गया था। नरेंद्र सिंह नेगी 12 अप्रैल को दिल्ली के मंडी हाउस में लोकगीतों की प्रस्तुति भी देंगे। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी मौजूद रहेंगे। 12 अगस्त 1949 को पौड़ी में जन्मे नरेंद्र सिंह नेगी ने जीवन शैली, संस्कृति, राजनीति को लेकर अनगिनत गीत गाए हैं। नए गायकों के आने के बावजूद उत्तराखंड के लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों की चमक बरकरार है। अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर तहसील के कलेत गांव में जन्मे दीवान सिंह बजेली का लेखन में 30 वर्षों का अनुभव है। थियेटर और फिल्म से जुड़े विषयों पर उनकी कलम हमेशा सामाजिक जागरूकता और नागरिकों को सामर्थ्यवान बनाने में अपना योगदान देती रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी बधाई
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी तथा अभिनय कला के क्षेत्र में योगदान के लिये दीवान सिंह बजेली को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित संगीत नाट्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किये जाने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि पारम्परिक लोक गीत के क्षेत्र में नरेन्द्र सिंह नेगी तथा अदाकारी के क्षेत्र में दीवान सिंह बजेली को दिया गया सम्मान प्रदेश का भी सम्मान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश के लोक गीत संगीत एवं अभिनय कला को भी पहचान मिली है। ज्ञातव्य है कि लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी को पारंपरिक लोक गीत व संगीत के क्षेत्र में तथा दीवान सिंह बजेली को अभिनय कला में योगदान/छात्रवृति के क्षेत्र में यह पुरस्कार दिया गया है। नरेन्द्र सिंह नेगी पौड़ी गढ़वाल तथा दीवान सिंह बजेली सोमेश्वर अल्मोड़ा के मूल निवासी है।