यूकेडी संरक्षक त्रिवेंद्र ने पद से दिया इस्तीफा
देहरादून: उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) के संरक्षक और पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को स्वीकार करते हुए संरक्षक पद से त्यागपत्र दे दिया है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर निर्णय लेने को लेकर सवाल उठाया।
सोमवार को प्रेस क्लब में संरक्षक और पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार ने पत्रकार सम्मेलन में पार्टी की हार की सामूहिकता को स्वीकार कर संरक्षक पद से त्याग पत्र दे दिया है।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हुए विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड क्रान्ति दल को जिस तरह से आमजन ने नकारा, वह हमारे लिए बहुत ही चिंता की बात बन गया है। हमें बहुत अच्छे प्रदर्शन की तो नहीं, पर इस तरह के निराशाजनक प्रदर्शन की भी उम्मीद नहीं थी। यह वाकई चिंता का विषय है। इसलिए पार्टी नेतृत्व की सामूहिकता को स्वीकार करते हुए उत्तराखंड क्रांति दल से त्याग पत्र दे दिया हूं।
पंवार ने कहा कि पिछले पांच साल में एक विपक्षी पार्टी के तौर पर हम जनता के बीच उत्तराखंड के सवालों और मुद्दों को लेकर उस तरह से सक्रिय नहीं हो पाए, जिस तरह से होना चाहिए था। संगठन के स्तर पर भी हम पार्टी को वह मजबूती नहीं दे पाए जो दी जानी चाहिए थी। अब वक्त आ गया है कि इस पर बहुत की गम्भीरता के साथ न केवल मनन किया, बल्कि उसे धरातल पर भी उतारा जाना चाहिए। राज्य बनने के बाद दो दशक में हमने निरन्तर जनता का विश्वास खोया है।
उन्होंने कहा कि हाल यह है कि राज्य में भाजपा और कांग्रेस की ओर से जो भी व्यक्ति मुख्यमंत्री के तौर पर मनोनीत किया जाता है, वह हर निर्णय के लिए अपनी पार्टी के दिल्ली के नेताओं के ऊपर ही निर्भर रहता है। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उनके पास इतना अधिकार नहीं होता कि वह अपने मन मुताबिक किसी भी तरह का निर्णय कर सके।
पूर्ण बहुमत के साथ फिर से सत्ता में लौटी भाजपा के मुख्यमंत्री पद पर बैठने वाला व्यक्ति ना तो किसी को अपने मन से मंत्री बना सकता है और ना ही उन्हें विभागों का आवंटन कर सकता है।
इस मौके पर जयप्रकाश उपाध्यक्ष, प्रमीला रावत,लताफत हुसैन मौजूद रहे।