कुशीनगर के पर्यटन विकास को विश्व बैंक ने दिए 18 करोड़
कुशीनगर: बौद्ध स्थली कुशीनगर में विश्व बैंक 18 करोड़ की लागत से पर्यटन विकास के कार्य कराएगा। प्रो पुअर टूरिज्म डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत यहां पर्यटन आधारित सुविधा व संसाधनों के विकास व सुदृढ़ीकरण के लिए 18 करोड़ का बजट स्वीकृत हो गया है। इस बजट से हाईटेक टूरिस्ट ऑफिस, फूड प्लाॅजा, होटल पथिक निवास का अपग्रेडेशन, मियावाकी पद्धति से बने बुद्ध विपश्यना पार्क का अपग्रेडेशन आदि के कार्य किये जायेंगे। बजट में बुद्धकालीन हिरण्यवती नदी पर फुटओवर ब्रिज और कुकुत्था रिवर फ्रंट के विकास की परियोजना को भी शामिल किया गया है।
विश्व बैंक ने अपनी सिविल इंजीनियर्स टीम को फाइनल डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने के निर्देश दिए हैं। डीपीआर स्वीकृति की औपचारिकता पूरी होते ही कार्य प्रारंभ होगा। वित्तीय वर्ष 2022-23 में कार्य पूर्ति का लक्ष्य है। बौद्ध सर्किट के कुशीनगर, कपिलवस्तु, सारनाथ, श्रावस्ती, संकिसा आदि स्थलों को वैश्विक पर्यटन के अनुरूप बनाए जाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार विश्व बैंक के साथ कार्य कर रही है। विश्व बैंक की अलग अलग टीमों ने दौरा किया।
टीम में शामिल अधिकारियों ने जनप्रतिनिधियों ,डीएम, एसडीएम, सीडीओ पर्यटन क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों , बौद्ध भिक्षुओं और एनजीओ, चिकित्सकों व शिक्षकों के साथ कई बैठकें की। बैठकों में प्राप्त सुझावों व मांग के अनुरूप उक्त कार्यों को पर्यटन विकास के लिए जरूरी समझते हुए कराने की स्वीकृति दी गई है।
इस संबंध में अपर परियोजना निदेशक,प्रो-पूअर टूरिज्म डेवलपमेंट प्रोजेक्ट,विशेष सचिव व महानिदेशक पर्यटन शिवपाल सिंह ने बताया कि वर्ल्ड बैंक की प्रो पुअर टूरिज्म डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत उक्त कार्य होंगे। 18 करोड़ का बजट स्वीकृत हो गया है। सिविल इंजीनियर्स की टीम को फाइनल डीपीआर तैयार कर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है। डीपीआर के परीक्षण के पश्चात स्वीकृति की औपचारिकता पूरी हो जाने के बाद कार्य प्रारंभ हो जाएगा।