अनुसूचित जाति का परिवार आज भू-माफियाओं की साज़िश का शिकार
देहरादून: करोड़ों की जमीन का वारिस एक अनुसूचित जाति का परिवार आज भू-माफियाओं की साज़िश का शिकार हो गया और आज ये परिवार अपने हक हकूक के लिए प्रधानमंत्री,राज्यपाल,मुख्यमंत्री से लेकर मानवाधिकार आयोग के साथ-साथ प्रशासन,पुलिस प्रशासन तक गुहार लगा चुका है और दर-दर की ठोकरे खा रहा है,लेकिन इस परिवार को अभी तक इनका हक नहीं मिल पाया है वही भू-माफिया सरकारी तंत्र से सांठ-गाँठ कर इनकी जमीन को खुर्द बुर्द करने में जुटे है।
दरअसल राजधानी देहरादून के आरकेडिया ग्रांट के चंद्रमणि चोयला के पटियों गाँव में इस परिवार की 25 बीघा पुस्तैनी जमीन है जिस पर भू-माफियाओं की नजर पड़ गयी और इन भू-माफियाओं ने सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर कर निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया है।अब अनुसूचित जाति का ये परिवार जब अपनी जमीन पर अपना हक जताने के लिए इस जगह पर जाता है तो भू-माफिया इन पर हमला कर इन्हे वहां से भगा देते है और कई बार इस परिवार पर जान लेवा हमला भी करा चुके है।
उक्त जमीन के वारिस विपिन कुमार ने बताया कि उनके दादा की 25 बीघा जमीन आरकेडिया ग्रांट के चंद्रमणि चोयला के पटियों गाँव में है। जिस पर लगभग 250 फलदार वृक्ष लगे थे जिनकों भू-माफियाओं द्वारा काट दिए गए साथ ही इस जगह इनका एक मंदिर भी था जिसकों इन लोगो द्वारा क्षतिग्रस्त कर जला दिया गया।
विपिन ने बताया कि ये भू-माफिया दूसरे प्रदेश के आपराधिक किस्म के लोग है जोकि उत्तराखड में आकर स्थानीय लोगों के साथ मिलकर जमीनों पर कब्जा कर रहे है।पीड़ित परिवार के सदस्य लखनचंद ने आप बीती सुनाते हुए कहा कि जब वे इन भू-माफियाओं की सूचना पुलिस को देते है तो उलटा पुलिस इन्हे ही लॉकअप में बंद कर देती है और उनका मानसिक उत्पीड़न किया जाता है।
लखनचंद ने बताया कि क्योंकि ये लोग बाहुबली है और इनकी पहुंच ऊपर तक है और ये आये दिन धमकी देते है कि यहां से चले जाओ नहीं तो पुरे परिवार को मरवा दिया जाएगा। पीड़ित परिवार का कहना था कि यदि उन्हें इंसाफ नहीं मिला तो वे आत्महत्या कर लेंगे।
अब यहां देखने वाली बात ये है कि जिस परिवार की करोड़ों रुपए की बेशकीमती जमीन हो और वो भू माफियाओं और सरकारी तंत्र की साज़िशों का शिकार हो चुका हो ऐसे में उसे कौन इंसाफ दिलाएगा।