चारधाम यात्रा को 1400 बसें आरक्षित होंगी
देहरादून: चारधाम यात्रा का आगाज 3 मई को होगा। दो मई को यात्रा के प्रवेश द्वार तीर्थनगरी ऋषिकेश से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था लेकर दो बसें आस्था पथ पर रवाना होंगी। यात्रा का संचालन करने वाली परिवहन कंपनियों को यात्रा की अग्रिम बुकिंग मिलने लगी है। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पिछले दो साल से प्रभावित रही चारधाम यात्रा के वर्ष 2022 में रफ्तार पकड़ने के आसार बन रहे हैं। चारधाम यात्रा आरंभ होने में करीब डेढ़ महीना है, लेकिन बाहरी प्रांतों के तीर्थयात्री अभी से चार धामों के दर्शन को लेकर खासे उत्साहित हैं।
यही वजह है कि चारधाम यात्रा के लिए तीर्थयात्री बसों की अग्रिम बुकिंग कराने लगे हैं। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के प्रभारी मदन मोहन कोठारी ने बताया कि राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, उत्तर प्रदेश आदि राज्यों से चारधाम यात्रा को लेकर तीर्थयात्री हर रोज फोन पर संपर्क साध रहे हैं। बताया कि राजस्थान के 25 और महाराष्ट्र के 30 तीर्थयात्रियों ने 2 मई के लिए बसों की अग्रिम बुकिंग कराई है।
तीर्थयात्रियों का यह पहला जत्था यात्रा आंरभ होने से एक दिन पहले चारधाम के लिए रवाना होगा। उत्तराखंड में चारधाम के कपाट खोलने की तारीख तय हो गई। पुलिस-प्रशासन यात्रा के लिए तैयारियों में जुट गया है। रुद्रप्रयगा जिले में स्थित केदारनाथ धाम के कपाट छह मई को खुलेंगे, जबकि चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खोले जाएंगे। उत्तरकाशी जिले में स्थित यमुनोत्री-गंगोत्री धाम के कपाट तीन मई को खोले जाएंगे। तीर्थनगरी ऋषिकेश से चारधाम यात्रा में बसों का संचालन नौ परिवहन कंपनियों से बनी संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति करती है। समिति के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी बृजभानू प्रकाश गिरी ने बताया कि अभी तक विभिन्न प्रांतों से 42 बसों की अग्रिम बुकिंग हो चुकी है। इंक्वायरी भी रोज आ रही है। चारधाम यात्रा में बसों की कमी नहीं होगी। चारधाम यात्रा का संचालन करने वाली परिवहन कंपनियां इस बार यात्रा के लिए 1400 बसें आरक्षित करेंगी, ताकि तीर्थयात्रियों को परिवहन संबंधी दिक्कत न हो।