सात ब्लॉक कमेटियां भंग करने से जगजाहिर हुई प्रदेश कांग्रेस में फूट: सतपाल सत्ती
शिमला: भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा है कि प्रदेश की सात कांग्रेस ब्लॉक कमेटियों कसौली, हमीरपुर, कांगड़ा, सुलहा, पच्छाद, जोगिंदर नगर और सरकाघाट को दिल्ली से शिमला में कांग्रेस मुख्यालय द्वारा प्राप्त एक ईमेल द्वारा भंग कर दिया गया है। इस घटनाक्रम से कांग्रेस पार्टी में फूट जगजाहिर हो गई है।
सत्ती ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि कांग्रेस के पास इतने नेता और राज्य के प्रभारी हैं कि उनकी प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को भी नहीं पता कि पार्टी में कौन निर्णय ले रहा है?
उन्होंने कहा है कि यह हैरत में डालने वाला है कि प्रतिभा सिंह को कांग्रेस की सात ब्लॉक कमेटियों के विघटन के बारे में पता नहीं था और उन्हें स्थिति का जायजा लेने के लिए दिल्ली भागना पड़ा। उन्होंने तंज कसा कि प्रतिभा सिंह कोे पार्टी में चार कार्यकारी अध्यक्षों, दो पर्यवेक्षकों, दो चुनाव प्रभारी और तीन अन्य अधिकारियों के साथ काम करना काफी कठिन है। कांग्रेस की संस्कृति ऐसी रही है, वे अपने अध्यक्ष को कभी विश्वास में नहीं लेते। उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत, राजीव शुक्ला और सचिन पायलट अपने फैसलों को लेकर काफी मुखर हैं, लेकिन ऐसा देखने को पहली बार मिला है कि एक पर्यवेक्षक दिल्ली से ब्लॉक समितियों को भंग करवा दे।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इससे पता चलता है कि कांग्रेस की हालत कितनी दयनीय है।